एएमयू के नर्सिंग कालिज में ‘मिडवाइफरी में नेतृत्व‘ विषय पर संगोष्ठी आयोजित
अलीगढ़, 31 अगस्तः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ नर्सिंग द्वारा ‘लीडरशिप इन मिडवाइफरी‘ विषय पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मेडिसिन फैकल्टी के डीन और जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर राकेश भार्गव ने कहा कि अच्छे और उचित नेतृत्व से हमारी मैटरनिटी सेवाओं में एकजुटता और सही दिशा मिलेगी और मुझे यकीन है कि नर्सिंग कॉलेज में छात्र, छात्रायें और शिक्षक मिडवाइफरी में मानकों को बढ़ाने के लिए नैदानिक अभ्यास में सुधार के लिए काम कर रहे हैं।
दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद प्रोफेसर भार्गव ने अपनी प्रस्तुति से उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि मिडवाइफ आवश्यक हैं क्योंकि वे माँ और उसके बच्चे के लिए संपर्क का पहली कड़ी हैं। वे उस अवधि में माँ और बच्चे की देखभाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जो प्रसव, जन्म और प्रसव के बाद के प्रारंभिक चरण तक जारी रहता है।
प्रोफेसर भार्गव ने मिडवाइफरी नेतृत्व कार्यक्रमों की पहल में निवेश करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि कॉलेज ऑफ नर्सिंग में शिक्षक मिडवाइफरी नेतृत्व की भूमिकाओं में व्यापक क्षेत्रों को कवर करने में महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं।
प्रोफेसर भार्गव ने यह भी बताया कि किस प्रकार नर्सिंग और मिडवाइफरी क्लिनिकल लीडरशिप में चिकित्सकीय रूप से प्रभावी देखभाल देने के लिए दूसरों को प्रभावित करना और प्रेरित करना शामिल है।
प्रोफेसर फरहा आज़मी (प्रिंसिपल, नर्सिंग कॉलेज) ने कहा कि प्रसूति के बाद महिलाओं के जीवन को बचाने और गुणवत्तापूर्ण शिशु देखभाल प्रदान करने में मिडवाइफ के पेशे के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए इस तरह के और अधिक सेमिनार और सम्मेलन आने वाले महीनों में आयोजित किये जायेंगे।
नर्सिंग कालिज में सहायक प्रोफेसर श्रीमती जेएन सोंजा ने लीडरशिप इन मिडवाइफरी विषय पर वार्ता प्रस्तुत की।
डा विजय लक्ष्मी वर्मा ने स्वागत भाषण दिया जबकि डा इस्हाक़ मोहम्मद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में कालिज के शिक्षकों पामेला जोसेफ, दीप्ति मिंज, रूबीना नाज़, रेशमा लुत्फी, मरशलीन हर्बट और ओम प्रकाश वेरागी के अलावा नर्सिंग छात्र व छात्रायें शामिल हुई।