ज्ञान महाविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों के मार्गदर्शन हेतु छात्र परामर्श सुविधा केन्द्र का शुभारंभ हुआ
अलीगढ़ :आगरा रोड स्थित ज्ञान महाविद्यालय में बीएड,स्तानक व स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों के मार्गदर्शन हेतु “छात्र परामर्श सुविधा केन्द्र”का शुभारंभ प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता ने रविवार को महाविद्यालय परिसर में किया।
इस अवसर पर नई शिक्षा नीति में शिक्षकों की भूमिका पर आयोजित एक शैक्षणिक संगोष्ठी में प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता ने कहा कि शिक्षक की मुख्य भूमिका यह है कि वह स्कूल व कॉलेज के बच्चों में दक्षता विकसित करने का कार्य करे। कक्षा एवं पाठ्यक्रम अनुसार उनमें योग्यता लाए।
मुख्य वक्ता शिक्षाविद व समाज शास्त्री अधिशाषी अधिकारी डॉ ललित उपाध्याय ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य भारत को एक ‘ज्ञान महाशक्ति’ बनाना है। जिससे कि समाज में बदलाव आ सकें। इस योजना के माध्यम से बच्चों को उच्च स्तर गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से बच्चों को संवैधानिक मूल्यों, देश के साथ जुड़ाव आदि पर जोर दिया जाएगा।
अकादमिक प्रभारी डॉ जी जी वार्ष्णेय ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम चयन में विद्यार्थियों की सहायता व परामर्श हेतु ज्ञान महाविद्यालय में छात्र परामर्श सुविधा केंद्र की स्थापना की गई है।केंद्र का दूरभाष नम्बर 9219419405 भी जारी किया गया।यह केंद्र प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक प्रवेश प्रक्रिया अवधि के दौरान कार्य दिवस के साथ- साथ रविवार व अन्य अवकाश पर भी खुला रहेगा ताकि विद्यार्थी किसी भी दिन मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
विज्ञान संकाय के प्रभारी डॉ एच एस चौधरी ने नई शिक्षा नीति में विषय चयन की बारीकियों पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में कॉमर्स के प्रभारी डॉ दुर्गेश शर्मा ने व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की उपयोगिता पर चर्चा की।
इस अवसर पर विज्ञान संकाय की प्राध्यापिका डॉ नीलम सिंह,बीएड विभाग के प्राध्यापक के डी सिंह, लख्मीचंद ,गिर्राज किशोर,डी एल एड विभाग के प्राध्यापक आर के शर्मा,जे पी शर्मा,कला संकाय के प्राध्यापक मोहम्मद वाहिद,कॉमर्स विभाग के प्राध्यापक डॉ चेतन सैनी के साथ- साथ वीरेंद्र सिंह,डी के रावत,खजान सिंह, तुलसीराम,कुलदीप कुमार,दीपक कुमार,राकेश कुमार शिक्षणेत्तर कर्मी उपस्थित रहे।