आदित्य-एल1 पर आई बड़ी खबर, ISRO ने देशवासियों को दी खुशखबरी !
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य-एल1 को लेकर नया अपडेट दिया है। इसरो ने बताया है कि आदित्य-एल1 ने वैज्ञानिक डेटा को एकत्र करने का काम शुरू कर दिया है।
मंगलवार को आदित्य एल-1 पांचवीं बार अपनी कक्षा बदलेगा। हालांकि उससे पहले सोमवार को आदित्य-एल1 मिशन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। इसरो ने बताया है कि आदित्य एल-1 ने डेटा को एकत्र करने का काम शुरू कर दिया है।
स्टेप्स उपकरण के सेंसर ने पृथ्वी से 50,000 किमी से अधिक दूरी पर सुपर-थर्मल और ऊर्जावान आयनों और इलेक्ट्रॉनों को मापना शुरू कर दिया है।
जानें आदित्य L1 का सफर
• PSLV रॉकेट ने आदित्य को 235 x 19500 Km की पृथ्वी की कक्षा में छोड़ा।
• 16 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा में रहेगा। 5 बार थ्रस्टर फायर कर ऑर्बिट बढ़ाएगा।
• 110 दिन के सफर के बाद आदित्य ऑब्जरवेटरी इस पॉइंट के पास पहुंच जाएगा
• थ्रस्टर फायरिंग के जरिए आदित्य को L1 पॉइंट के ऑर्बिट में डाल दिया जाएगा।
जानिए क्यों जरूरी है सूर्य की स्टडी ?
जिस सोलर सिस्टम में हमारी पृथ्वी है, उसका केंद्र सूर्य ही है। सभी आठ ग्रह सूर्य के ही चक्कर लगाते हैं। सूर्य की वजह से ही पृथ्वी पर जीवन है। सूर्य से लगातार ऊर्जा बहती है। इन्हें हम चार्ज्ड पार्टिकल्स कहते हैं। सूर्य का अध्ययन करके ये समझा जा सकता है कि सूर्य में होने वाले बदलाव अंतरिक्ष को और पृथ्वी पर जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।
रिपोर्ट – मनी