अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने एमबीबीएस सीटों की संख्या 150 से बढ़ाकर 200 करने के लिए किये गये आवेदन स्वीकार कर लिया है।
अगले साल से जेएन मेडीकल कालिज में सीटों की संख्या बढ़ाने के निर्णय को एनएमसी अधिकारियों द्वारा निरीक्षण सर्वेक्षण के बाद लागू किया जाएगा।
कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि कोविड महामारी ने स्वास्थ्य में पर्याप्त संख्या में योग्य और कुशल मानव संसाधनों के महत्व की प्रासंगिकता को रेखांकित किया उसके लिए यह जरूरी है कि देश भर में जेएनएमसी और अन्य मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्वि हो।
उन्होंने कहा कि छात्रों की संख्या में वृद्धि को पूरा करने के लिए हमारे पास एक उन्नत बुनियादी ढांचा, पर्याप्त संकाय सदस्य, अपेक्षित सर्जरी ओटी, लेक्चर हाल, वार्ड्स, बड़े और पर्याप्त आवासीय छात्रावास और अत्याधुनिक प्रयोगशाला सुविधाएं हैं।
इस बीच, यूपी नर्स और मिडवाइव्स काउंसिल ने इंडियन नर्सिंग काउंसिल की एक अधिसूचना के अनुसार जेएनएमसी द्वारा संचालित जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) पाठ्यक्रम को बीएससी नर्सिंग डिग्री में 20 छात्रों के प्रवेश के साथ अपग्रेड करने की अनुमति दी है।
रजिस्ट्रार, यूपी नर्स और मिडवाइफ्स काउंसिल के अनुमति पत्र में कहा गया है। यूपी नर्स और मिडवाइव्स काउंसिल को जेएनएमसी, एएमयू द्वारा संचालित जीएनएम कोर्स को बीएससी नर्सिंग कोर्स के रूप में अपग्रेड करने के लिए कोई आपत्ति नहीं है। अनुमति दे दी गई है।
कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने कहा कि महामारी और संकट की स्थिति के लिए तैयारियों को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में उपयुक्त स्टाफ बनाए रखना आवश्यक है। जीएनएम पाठ्यक्रम को बीएससी नर्सिंग में अपग्रेड करने की अनुमति के साथ, हम स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की आवश्यकता को आसानी से पूरा कर सकेंगे।