एसटीएस स्कूल (मिन्टोसर्किल) में हिन्दी दिवस का आनलाइन आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अधयक्षता एसटीएस स्कूल के प्रधानाचार्य श्री फ़ैसल नफ़ीस ने की। कार्यक्रम का संचालन डा नसीम अहमद ने किया। कर्यक्रम में कक्षा 12 आर्ट के छात्र एम डी शहबाज़ शम्स और एम डी यासिर अराफ़ात ने अपने विचार व्यक्त किये। स्कूल के उप प्रधानाचार्य श्री मुहम्मद तारिक़, डा नसीम अहमद, अदनान अहमद, फ़रहान हबीब, ख़ान रियाज़ अहमद, ज्योति कुसुम बल, नीलोफ़र अनवर आदि अधयापकों ने इस आनलाइन हिन्दी दिवस के कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
हिन्दी दिवस कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री फ़ैसल नफ़ीस ने अपने अध्यक्षीय भाषण में सभी छात्रों एवं अधयापकों को हिन्दी दिवस की बधाई दी और इस आनलाइन कार्यक्रम में सम्मिलित होने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने हिन्दी भाषा के विकास, प्रचार-प्रसार एवं हिन्दी भाषा के अधिक प्रयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जितना भी सम्भव हो हमें अपने दैनिक कार्य करने के लिए हिन्दी भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने छात्रों से आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने आचरण में हिन्दी भाषा को आत्मसार करना चाहिए। आज हिन्दी भाषा अपने दम पर आगे बढ़ रही है, देश ही नहीं विदेशों में भी हिन्दी भाषा का अध्ययन किया जा रहा है, जो हमारे लिए बहुत ही संतोषजनक बात है।
साथ ही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सिटी स्कूल के शिक्षकों और छात्रों ने हिन्दी दिवस पर कई कार्यक्रम किये। भाषण प्रतियोगिता कक्षा नवीं से बारहवीं के छात्रों के बीच कराई गई। कोरोना ने बदली जीवन शैली विषय पर छात्रों ने प्रतियोगिता में रूचिव दिखाते हुए 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें प्रथम स्थान कक्षा 12वीं के अदनान शाहनी, 11वीं के फरहान सुहैल द्वितीय तथा हर्षित आर्य और इरशाद आलम कक्षा 10वीं व 11वीं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पौधारोपण और पर्यावरण विषय पर स्लोगन प्रतियोगिता में कक्षा 6 व 8वीं के छात्रों ने भाग लिया जिसमें मयंक पाठक ने प्रथम, मो. शारिक ने द्वितीय तथा अफ्फान दानिश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
मुख्य कार्यक्रम आनलाइन सम्पन्न हुआ जिसमें मुख्य अतिथि प्रो. तसनीम सुहैल (हिन्दी विभाग, एएमयू) ने शिरकत की। उन्होंने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि भाषाओं का ज्ञान प्राप्त करना अच्दी आदत है इससे हम दूसरों की संस्कृति और इतिहास को भी समझते हैं।
प्रधानाचार्य डा. सैयद तनवीर नबी ने हिन्दी की सरलता पर प्रकाश डाला। हिन्दी शिक्षिका फारेहा अफजाल ने हिन्दी के महत्व पर विचार रखे जबकि शिक्षक तनवीर अहमद ने एक कविता पाठ के माध्यम से माँ के महत्व को समझाने का प्रयास किया। डा. फय्याज़ उद्दीन ने अंग्रेजी में हिन्दी के महत्व को व्यक्त किया। जबकि मो. इकबाल खां ने भारतेन्दु की कविता के माध्यम से हिन्दी सराहना की। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम प्रभारी डा. जुल्फिार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन शीबा खान ने प्रस्तुत किया।