पश्चिमी UP में SP-RLD गठबंधन से BJP को कितना नुकसान? एक्सपर्ट से जानें जाट वोट किसे जाएंगे
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले तमाम सवालों के बीच एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या समाजवादी पार्टी (एसपी) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) का गठबंधन पश्चिमी यूपी में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को नुकसान पहुंचा पाएगा.
यूपी तक से हुई बातचीत में सी-वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख ने इस सवाल और जाट वोटरों के मौजूदा रुख पर अपनी राय सामने रखी है. उन्होंने कहा, ”जाट वोटर 2014 से लेकर 2019 तक बीजेपी के साथ रहे, लेकिन केंद्र या राज्य की सत्ता में कहीं न कहीं उनको ये लगा है कि हमारी सत्ता में भागीदारी कम है. खासतौर से उत्तर प्रदेश के शासन में उनको यह लगता रहा है कि जितना सम्मान मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला. इसी कारण उनकी नाराजगी किसान आंदोलन से पहले ही दिखाई देने लगी थी.”
देशमुख ने कहा,
”जाट मतदाताओं का बड़ा हिस्सा इस वक्त जयंत चौधरी के साथ दिख रहा है. बीजेपी जो अभी तक 70-75 फीसदी जाट वोट पा रही थी, वो आंकड़ा घटकर 20-25 फीसदी पर आ गया होगा. जबकि (आरएलडी चीफ) जयंत चौधरी के लिए जाटों का वोट बढ़ गया होगा.”
यशवंत देखमुख, फाउंडर, सी-वोटर
सी-वोटर के फाउंडर ने कहा, ”जाट मतदाता आरएलडी को वोट देगा तो आरएलडी के कारण एसपी को फायदा होगा.” उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा नुकसान हो सकता है.
देशमुख ने कहा, ”एबीपी न्यूज सी-वोटर के ट्रैकर में हमने बीजेपी को लगभग 100 विधानसभा सीटों का नुकसान दिखाया है, उसमें 60-70 फीसदी नुकसान पश्चिमी यूपी और रोहिलखंड से आता दिख रहा है.”