24 घंटे बाद भी नहीं मिली बच्ची: 20 साल से नहीं हुई नाले की सफाई, मासूम का नहीं मिल रहा सुराग
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में सोमवार सुबह से नाले में फंसी बच्ची को लगभग 24 घंटे बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है. दरअसल, महुआ खेड़ा थाना क्षेत्र के जीटी रोड से सटे बौनेर बिजलीघर के पास एक 6 साल की बच्ची खेलते-खेलते नाला बन चुके रजवाहे में गिर गई थी. देर रात तक गोताखोर बच्ची को तलाशते रहे, लेकिन उसका सुराग अभी तक नहीं लगा है. खबर पर पुलिस के साथ-साथ फायर सर्विस और रेस्क्यू टीम भी पहुंच गई थी. रजवाहे में मलबा ज्यादा और बहाव तेज होने की वजह से बच्ची को ढूंढा नहीं जा पा रहा है.
20 साल से नहीं हुई है नाले की सफाई
गांव गड़ियावली से 200 मीटर दूरी पर रामघाट रोड, ओजोन सिटी से होकर पुराना रजवाहा अधौन की ओर जा रहा है. यह रजवाहा अब नाले का रूप ले चुका है. बारिश की वजह से इसमें पानी का बहाव बेहद तेज था. पिछले करीब 20 साल से इस नाले की सफाई न होने के कारण इसमें मलबा भी काफी है.
4-5 बच्चे खेल रहे थे साथ
जानकारी के अनुसार, टैंपो ड्राइवर पवन कुमार के 4 बच्चों में से तीसरी नंबर बेटी 6 साल की देवकी सोमवार सुबह करीब 11.00 बजे गिर गई. पवन ने बताया कि गांव-परिवार के 4-5 बच्चे खेलते खेलते नाले के पास पहुंच गए थे. इनमें देवकी भी शामिल थी. इस नाले पर छोटी पुलिया बनी है, जिससे नाला पार करके ग्रामीण आगे चामुंडा मंदिर और बेसिक स्कूल की ओर भी जाते हैं.
देवकी के गिरते ही बाकी बच्चों ने मचाया शोर
परिवार के अनुसार, खेल-खेल में बच्ची उस पुलिया पर चल रही थी. तभी अचानक उसका पैर फिसला और वह नाले में गिर गई. हालांकि, कुछ बच्चों का यह भी कहना था कि वह शौच के इरादे से पुलिया से आगे खेतों की ओर जा रही थी. बच्ची के गिरते ही अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो आसपास खेतों में काम कर रहे लोग आ गए. इधर, घटना से पहले पवन टैंपो लेकर घर से निकल चुका था. जब बच्ची के घर खबर पहुंची तो उसकी मां किरन, दादी शकुंतला दौड़ते हुए पहुंचे. बाद में पवन भी आ गया.