अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही मरीजों को मिलने वाली दवाई धुंए में उड़ाई
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिजौली पर आयरन एंड फोलिक एसिड सहित अन्य बीमारियों की दवाओं को स्वास्थ्यकर्मी आग लगाकर नष्ट कर रहे हैं। मामला उजागर होने पर स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है। सीएमओ ने मामले की जांच करने का आदेश दिया है।
जनपद में बच्चों एवं महिलाओं में खून की कमी (एनीमिया) आम समस्या है। स्वास्थ्यकर्मी इन गोलियों को जरूरतमंद बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को देने के बदले स्टोर में सड़ा देते हैं। बाद में आग लगाकर नष्ट कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिजौली में सामने आया है। आयरन एंड फोलिक एसिड सहित अन्य कई बीमारियों की दवाओं एवं सीरप को स्वास्थ्यकर्मियों ने आग लगाकर नष्ट कर दिया है। सूचना मिलने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री बलदेव चौधरी सीटू एवं जय यादव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इसकी शिकायत सीएम एवं सीएमओ से की है।
सीटू चौधरी ने बताया कि बिजौली सीएचसी पर ठीक से उपचार न मिलने की शिकायत आम है। मरीजों को दवाएं भी नहीं दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि कूड़े के ढेर पर दवाइयां अधजली मिली हैं। कुछ दवाइयां दिसंबर 2021 में एक्सपायर हो रही है, जबकि कुछ की एक्सपायरी डेट 2022 है। यह भी चर्चा है कि कुछ दवाएं आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कमजोर बच्चों तक पहुंचानी थीं। सीएमओ डॉ. आनंद उपाध्याय ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद सीएचसी बिजौली के अधिकारी डॉ. नवीन कुमार को जांच करने का निर्देश दे दिया गया है। जिम्मेदार लोगों से स्पष्टीकरण मांगने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।